रेलटेल को मिला बड़ा ऑर्डर: भारतीय शेयर बाजार में उछाल
रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, जो एक नवरत्न PSU (Public Sector Undertaking) है और रेलवे मंत्रालय के अंतर्गत कार्य करती है, को हाल ही में रक्षा मंत्रालय से एक बड़ा ऑर्डर प्राप्त हुआ है। इस ऑर्डर में ऑप्टिकल फाइबर केबल (OFC) नेटवर्क बिछाने का कार्य शामिल है, जो हाई-स्पीड डेटा ट्रांसमिशन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। यह ऑर्डर न केवल रेलटेल के पोर्टफोलियो को मजबूत करेगा, बल्कि कंपनी के शेयर प्रदर्शन पर भी सकारात्मक प्रभाव डालेगा। गुरुवार को कंपनी के शेयर हरे निशान में बंद हुए, और वर्तमान में कंपनी के शेयर में और भी वृद्धि देखने को मिल रही है।
रेलटेल के नए ऑर्डर का विवरण
रक्षा मंत्रालय ने रेलटेल को ऑप्टिकल फाइबर केबल (OFC) नेटवर्क बिछाने का कार्य सौंपा है। OFC एक ऐसी तकनीक है जो इंटरनेट सेवाओं, टेलीकॉम, और अन्य डेटा ट्रांसफर क्षेत्रों में हाई-स्पीड ट्रांसमिशन को संभव बनाती है। यह प्रोजेक्ट ₹16,89,38,002 (टैक्स सहित) की वैल्यू के साथ है और यह पूरी तरह से भारत में ही किया जाएगा। रेलटेल को इस प्रोजेक्ट को 17 मार्च, 2026 तक पूरा करना है।
यह ध्यान देने योग्य बात है कि इस प्रोजेक्ट में रेलटेल के प्रमोटर्स, ग्रुप कंपनियों या संबंधित पक्षों की कोई भागीदारी नहीं है। इससे यह सुनिश्चित होता है कि प्रोजेक्ट का निष्पादन पूरी तरह से पारदर्शी तरीके से किया जाएगा।
रेलटेल के शेयर पर असर
इस बड़े ऑर्डर की घोषणा ने रेलटेल के शेयर प्रदर्शन पर तुरंत असर डाला। गुरुवार को कंपनी का शेयर बीएसई पर ₹297.35 पर बंद हुआ, जो 0.29% या 0.85 अंकों की बढ़त दर्शाता है। वहीं, एनएसई पर शेयर ₹296.60 पर बंद हुआ, जिसमें 0.10% या 0.30 अंकों की वृद्धि देखी गई। शुक्रवार को रेलटेल के शेयर में 7% की तेज़ी आई, और स्टॉक ₹318.50 पर कारोबार कर रहा था। रेलटेल कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया का 52 हफ्ते का उच्चतम स्तर ₹617.80 और न्यूनतम स्तर ₹265.50 रहा है।
हालांकि, पिछले एक साल में शेयर में 15.23% की गिरावट आई है और पिछले छह महीनों में यह 37.90% तक गिर चुका है, लेकिन इस नए ऑर्डर ने निवेशकों के बीच उत्साह और उम्मीदें बढ़ाई हैं। रेलटेल का वर्तमान मार्केट कैप ₹9.55 हजार करोड़ रुपये है, जो इसकी मजबूत स्थिति को दर्शाता है।
रेलटेल का डिविडेंड रिकॉर्ड डेट
नए ऑर्डर के साथ-साथ, रेलटेल ने 10% का अंतरिम डिविडेंड भी घोषित किया है, जो ₹1 प्रति शेयर के बराबर है। कंपनी के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने 2 अप्रैल, 2025 को रिकॉर्ड डेट तय किया है, और डिविडेंड का भुगतान 9 अप्रैल, 2025 या उसके बाद किया जाएगा। यह कदम रेलटेल की ओर से शेयरधारकों को लाभ प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाता है।
रेलटेल की वित्तीय स्थिति
रेलटेल ने हाल ही में कुछ तिमाहियों में मजबूत वित्तीय प्रदर्शन दिखाया है। वित्त वर्ष 2025 की सितंबर-दिसंबर तिमाही में कंपनी ने ₹65 करोड़ का प्रॉफिट दर्ज किया। यह वित्तीय वृद्धि और रक्षा मंत्रालय के लिए OFC नेटवर्क बिछाने जैसी रणनीतिक परियोजनाओं के साथ मिलकर रेलटेल को भारत के टेलीकॉम और इंफ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र में एक प्रमुख खिलाड़ी के रूप में स्थापित करता है।
ऑर्डर का महत्व
OFC प्रोजेक्ट रेलटेल के लिए एक बड़ा अवसर है, क्योंकि यह कंपनी की तकनीकी विशेषज्ञता और राष्ट्रीय परियोजनाओं में इसके योगदान को साबित करता है। ऑप्टिकल फाइबर केबल आधुनिक संचार नेटवर्क की रीढ़ हैं, जो हाई-स्पीड इंटरनेट, सुरक्षित डेटा ट्रांसफर और बेहतर कनेक्टिविटी को संभव बनाते हैं। रक्षा मंत्रालय से यह ऑर्डर हासिल करके, रेलटेल ने अपनी क्षमता को साबित किया है और एक विश्वसनीय पार्टनर के रूप में अपनी पहचान को और मजबूत किया है।
निवेशकों के लिए क्या करें?
रेलटेल के पास अब एक मजबूत ऑर्डर बुक, नियमित डिविडेंड भुगतान और टेलीकॉम व डिफेंस जैसे हाई-ग्रोथ सेक्टरों में फोकस है। इसके अलावा, कंपनी की परियोजनाओं को पारदर्शी तरीके से पूरा करने की क्षमता इसकी सफलता की कुंजी है। ऐसे में, निवेशक रेलटेल के हालिया विकास को एक आकर्षक अवसर के रूप में देख सकते हैं।
रेलटेल ने यह साबित किया है कि वह न केवल एक सरकारी उपक्रम है, बल्कि वह तकनीकी क्षेत्र में भी उत्कृष्टता की मिसाल पेश कर रहा है। बड़े प्रोजेक्ट्स को सफलतापूर्वक पूरा करने और अपने स्टेकहोल्डर्स को लाभ पहुंचाने के लिए कंपनी पूरी तरह से तैयार है। निवेशकों के लिए यह एक उपयुक्त समय हो सकता है जब वे रेलटेल के शेयर में निवेश करने पर विचार करें।
निष्कर्ष
रक्षा मंत्रालय से मिला यह ऑर्डर रेलटेल के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, जो इसकी तकनीकी क्षमता और राष्ट्रीय महत्व को दर्शाता है। जैसे-जैसे रेलटेल अपने प्रोजेक्ट्स को समय पर पूरा करेगा और अपने शेयरधारकों को लाभ पहुंचाएगा, यह भारतीय डिजिटल और इंफ्रास्ट्रक्चर ट्रांसफॉर्मेशन में एक अहम भूमिका निभाता रहेगा। रेलटेल के मजबूत ऑर्डर बुक और आगामी प्रोजेक्ट्स के साथ, निवेशक इसके विकास को लेकर आशावादी हो सकते हैं।
Leave a Comment